उजियारा तुम कब लाओगे----राजेश अस्थाना"अनंत"



उदास मन बोझिल आँखें
रास्ता देखें कब आओगे
हुआ धुधालका इतना गहरा
उजियारा तुम कब लाओगे ।

खुशियों का वह फौव्वारा
जिसमे भीगे सबका तन-मन
जीवन में से हटे अँधेरा वह
उजियारा  तुम कब लाओगे।

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