राजेश अस्थाना ब्लॉग
उदास मन बोझिल आँखें रास्ता देखें कब आओगे हुआ धुधालका इतना गहरा उजियारा तुम कब लाओगे ।
खुशियों का वह फौव्वारा जिसमे भीगे सबका तन-मन जीवन में से हटे अँधेरा वह उजियारा तुम कब लाओगे।
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